| शब्द का अर्थ | 
					
				| व्यवहृत					 : | भू० कृ० [सं० वि+अव√हृ (हरण करना)+क्त] जो व्यवहार में आ चुका हो। व्यवहार में लाया हुआ। पुं० व्यापार। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| व्यवहृति					 : | स्त्री० [सं० वि+अव√हृ (हरण करना)+क्तिन्] १. व्यापार या रोजगार में होनेवाला नफा। २. व्यवसाय। व्यापार। रोजगार। ३. काम करने का कौशल। होशियारी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |