| शब्द का अर्थ | 
					
				| बहरिया					 : | पुं० [हिं० बाहर+इया (प्रत्य)] बल्लभ सम्प्रदाय के मंदिरों के छोटे कर्मचारी जो प्रायः मंडप के बाहर ही रहते हैं। वि०=बाहरी। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| बहरियाना					 : | स० [हिं० बाहर+इयाना (प्रत्य०)] १. बाहर करना या हटाना। २. (नाव आदि) किनारे से दूर करके धारा की ओर ले जाना। ३. अलग या जुदा करना। अ० १. बाहर की ओर होना। २. (नाव का) किनारे से दूर हटना। ३. अलग या जुदा होना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |