बंधक/bandhak

शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

बंधक  : वि० [सं०√बंध् (बंधना)+ण्वुल्-अक] १. बाँधनेवाला। २. (पदार्थ) जो किसी से रुपए उधार लेने के समय इस दृष्टि से जमानत के रूप में उसके पास रखा गया हो कि जब तक रुपया (और सूद) चुकाया न जायगा, तब तक वह उसी के पास रहेगा। रेहन। ३. अदला-बदली या विनिमय करनेवाला। पुं० [सं० बंध+कन्] लेन-देन या व्यवहार का वह प्रकार जिसमें किसी से रुपया उधार लेने के समय कोई मूल्यवान् वस्तु इस दृष्टि से महाजन के पास जमानत के तौर पर रख दी जाती है कि यदि ऋण और ब्याज न चुकाया जा सके तो महाजन वह वस्तु बेचकर अपना प्राप्य धन ले सकता है। रेहन। (मार्टगेज)।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
बंधक-कर्ता (र्तृ)  : पुं० [सं० ष० त०] वह जो कोई चीज बंधक रूप में किसी के यहाँ रखता हो। (मार्टगेजर)।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
बंधकी  : स्त्री० [सं० बंधक+ङीष्] १. व्यभिचारिणी स्त्री। २. रंडी। वेश्या। वि० [हिं० बंधक] जो बंधक के रूप में पड़ा या रखा गया हो। जैसे—बंधकी मकान।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ