शब्द का अर्थ
|
फण :
|
पुं० [सं०√फण (विस्तृत होना)+अच्] १. साँप के सिर का वह रूप जब वह अपनी गर्दन के दोनों ओर की नलियों में वायु भरकर उसे फुलाकर छन्नाकार बना लेता है। फन। २. रस्सी का गाँठदार फंदा। मुद्धी। ३. नाव का ऊपरी अगला भाग। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणकर :
|
पुं० [सं० ब० स०]=फणधर। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणधर :
|
पुं० [सं० ष० त०] साँप। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणा :
|
स्त्री० [सं० फण+टाप्]=फण। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणाकृति :
|
वि० [सं० फणा-आकृति, ब० स०] साँप का फन के आकार का। गोलाकार छितराया या फैला हुआ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणि-कन्या :
|
स्त्री० [सं० ष० त०] नागकन्या। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणि-केसर :
|
पुं० [ब० स०] नागकेसर। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणि-चक्र :
|
पुं० [सं० मध्य० स०] फलित ज्योतिष में नाड़ीचक्र जो सर्पाकार होता है और जिससे विवाह में वर-कन्या का नाड़ी-मिलान किया जाता है। नाडीनक्षत्र। (दे०) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणि-तल्पग :
|
पुं० [सं० फणि-तल्प, उपमि० स०, √गम्+ड] विष्णु। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणि-नायक :
|
पुं० [सं० ष० त०] वासुकि। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणि-पति :
|
पुं० [सं० ष० त०] १. वासुकि। २. पतंजलि। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणि-प्रिय :
|
पुं० [सं० ष० त०] वायु। हवा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणि-फेन :
|
पुं० [सं० ष० त०] अफीम। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणि-भाष्य :
|
पुं० [सं० मध्य० स०] पाणिनी के सूत्रों पर लिखा हुआ पतंजलि-कृत नामक व्याकरण ग्रंथ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणि-भुज् :
|
पुं० [सं० फणिन्√भुज्(खाना)+क्विप्] वह जो साँपों का भक्षण करता हो। जैसे—गरुड़ मोर आदि। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणि-मुक्ता :
|
स्त्री० [सं० ष० त०] साँप की मणि। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणि-मुख :
|
पुं० [सं० ब० स०] साँप के मुख के आकार का एक तरह का पुरानी चाल का औजार जिससे चोर मकानों में सेंध लगाते थे। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणि-लता :
|
स्त्री० [उपमि० स०] नागवल्ली। पान की लता। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणि-वल्ली :
|
स्त्री०=फणिलता। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणिजिह्वा, फणिजिह्विका :
|
स्त्री० [सं० ष० त०] १. महाशतावरी। बड़ी शतावर। २. कंधी नामका पौधा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणित :
|
भू० कृ० [सं०√फण्+क्त] १. गया हुआ। गत। २. तरल किया हुआ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणी (णिन्) :
|
पुं० [सं० फण+इनि] १. साँप। २. केतुग्रह। ३. सीसा। ४. मरुआ नामक पौधा। ५. सर्पिणी नामक ओषधि। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणींद्र :
|
पुं० [सं० फणिन्-इंद्र, ष० त०] १. शेषनाग। २. वासुकि। ३. फनवाला। साँप। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणीश :
|
पुं० [सं० फणिन्-ईश, ष० त०] १. शेषनाग। २. वासुकि। ३. पतंजलि। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणीश्वर :
|
पुं० [सं० फणिन्-ईश्वर, ष० त०]=फणीश। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फणीश्वर-चक्र :
|
पुं० [सं० मध्य० स०] शनि की नक्षत्र स्थिति के आधार पर जंबू, प्लक्ष आदि सात द्वीपों का शुभाशुभ फल जानने का एक चक्र। (ज्यो०) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |