तिरमिरा/tiramira

शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

तिरमिरा  : पुं० [सं० तिमिर] १. एक रोग जिसमें अधिक प्रकाश के कारण आँखें चौथियाँ जाती है और कभी अँधेरा और कभी उजाला दिखाई देने लगता है। २. चकाचौंध। पुं० [हिं० तेल+मिलना] घी, तेल या चिकनाई के छीटें जो पानी, दूध या और किसी द्रव पदार्थ के ऊपर तैरते दिखाई पड़ते हैं।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
तिरमिराना  : अ० [हिं० तिरमिरा] (तिरमिरा के रोगी की) अधिक प्रकाश के कारण आँखें चौंधियाना। अ०=तिलमिलाना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ