शब्द का अर्थ
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डाँडा-मेड़ा :
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पुं० [हिं० डाँड़+मेंड़] १. खेत, गाँव आदि की वह सीमा या हद जिस पर डाँड़ा या मेंड़ बनी हो। २. ऐसी स्थिति जिसमें न तो विशेष आर्थिक लाभ ही हो और न ही विशेष हानि हो। जैसे–हम तो समझते थे कि इस सौदे में बहुत घाटा होगा, पर चलो, डाँड़े-मेंड़े रह गये। ३. बीच की ऐसी स्थिति जिसमें आपस के लड़ाई-झगड़े का उतना ही अवकाश या संभावना हो जितना अवकाश खेतों या डांड़ों का साथ-साथ या एक ही जगह पड़ने से होता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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