शब्द का अर्थ
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डमरु-मध्य :
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पुं० [ब० स०] १. कोई ऐसा पदार्थ जिसका मध्य भाग डमरू के मध्य भाग की तरह पतला हो और दोनों सिरे अधिक चौड़े, बड़े या विस्तृत हों। जैसे–भूगोल में जल-डमरु-मध्य, स्थल-डमरु-मध्य। २. स्थल का वह पतला या सँकरा खंड जिसके दोनों ओर लंबे-चौड़े भूखंड हों। दे० ‘स्थल-डमरु-मध्य’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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