शब्द का अर्थ
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घ्राण :
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स्त्री० [सं०√घ्रा (सूँघना)+ल्युट-अन] [वि० घ्रेय] १. सूँघने की इन्द्रिय। नाक। २. सूँघने की शक्ति। ३. सुंगध। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घ्राणन्द्रिय :
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स्त्री० [घ्राण-इन्द्रिय, ष० त०] सूँघने की इन्द्रिय अर्थात् नाक। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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