शब्द का अर्थ
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घंटी :
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स्त्री० [सं० घंटा] १. घंटे की तरह बजाया जानेवाला धातु का वह उपकरण जो औंधे मुँह के अर्ध गोलाकार पात्र की तरह होता है तथा जिसके बीच में बजाने के लिए कोई धातु का टुकड़ा (लोलक) बँधा रहता है और जिसके ऊपरी भाग में डाँड़ी होती है जिसे हाथ में पकड़कर उसे बजाते हैं। २. कोई ऐसा छोटा उपकरण जिस पर आघात करने से शब्द उत्पन्न होता है। जैसे–साइकिल या मेज पर की घंटी। ३. उक्त उपकरणों के बजने का शब्द। ४. छोटी लुंटिया। ५. घुँघरू। ६. गले का वह बाहरी बीचवाला भाग जिसमें हड्डी कुछ उभरी हुई होती है। ७. गले में अन्दर को आगे बढ़ा हुआ मांस-पिंड। कौआ। घाँटी। मुहावरा–घंटी उठाना या बैठाना=घंटी के बढ़ या लटक जाने् पर कोई दवा लगाकर उसे मलते हुए बैठाना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घंटील :
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स्त्री० [देश०] एक प्रकार की घास जो चारे के काम में आती और जमीन पर दूर तक फैलती है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |