शब्द का अर्थ
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ऊर्ध्वग :
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वि० [सं० ऊर्ध्व√गम् (जाना)+ड] १. ऊपर की ओर जानेवाला। २. जो सीधा ऊपर की ओर गया हो। उदाहरण—ऊर्ध्वग श्रंगों के समीर को, आओ साँसो से उर में भर।—पंत। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ऊर्ध्वग :
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वि० [सं० ऊर्ध्व√गम् (जाना)+ड] १. ऊपर की ओर जानेवाला। २. जो सीधा ऊपर की ओर गया हो। उदाहरण—ऊर्ध्वग श्रंगों के समीर को, आओ साँसो से उर में भर।—पंत। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ऊर्ध्वगामी (मिन्) :
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वि० [सं० ऊर्ध्व√गम्+णिनि] १. ऊपर या ऊपर की ओर जानेवाला। २. जो ऊपर की ओर गया हुआ हो। ३. मुक्त होकर ऊपर या स्वर्ग की ओर जानेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ऊर्ध्वगामी (मिन्) :
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वि० [सं० ऊर्ध्व√गम्+णिनि] १. ऊपर या ऊपर की ओर जानेवाला। २. जो ऊपर की ओर गया हुआ हो। ३. मुक्त होकर ऊपर या स्वर्ग की ओर जानेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |