शब्द का अर्थ
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उघारा :
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वि० [हिं० उघारना] [स्त्री० उघारी] १. जिसपर कोई आवरण या पर्दा न हो। खुला हुआ। २. जिसके शरीर पर वस्त्र न हो। नंगा। उदाहरण—आप तो कदम चढ़ि बैठे, हम जल माहिं उघारी।—गीत।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उघारा :
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वि० [हिं० उघारना] [स्त्री० उघारी] १. जिसपर कोई आवरण या पर्दा न हो। खुला हुआ। २. जिसके शरीर पर वस्त्र न हो। नंगा। उदाहरण—आप तो कदम चढ़ि बैठे, हम जल माहिं उघारी।—गीत।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |