संरोध/sanrodh

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संरोध  : पुं० [सं०] १. रोक। रुकावट। २. अड़चन। बाधा। ३. आधुनिक राजनीति शत्रु के किसी देश या स्थान को चारों ओर से इस प्रकार घेरना कि बाहरी जगत से उसे कोई सहायता न मिल सके। नाकेबंदी। (ब्लाकेड) ४. बन्द करना। ५. हिंसा।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
संरोधन  : पुं० [सं०] [वि० संरोधनीय, संरोध्य, संरुद्ध] १. रुकावट डालना। रोकना। २. बाधा खड़ी करना। बाधक होना। ३.चारों ओर से घेरना। ४. सीमा या हद बनाना। ५. बन्द करना। मूँदना। ६. बंदी बनाना। कैद करना। ७. दमन करना। दबाना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
संरोधनीय  : वि० [सं० सम्√रुध् (घेरना)+अनीयर] जिसका संरोधन हो सके या किया जाने को हो।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
संरोध्य  : वि० [सं० सम्√रुध् (ढकना)+ण्यत्]=संरोधनीय।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
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