संतर्पण/santarpan

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शब्द का अर्थ

संतर्पण  : पुं० [सं०] [कर्ता संतर्पक, भू० कृ० संतृप्त] १. अच्छी तरह तृप्त, प्रसन्न या संतुष्ट करने की क्रिया या भाव। २. आधुनिक विज्ञान में, कोई ऐसी प्रक्रिया जिससे (क) कोई घोल किसी वस्तु के अन्दर पूरी तरह से समा जाय; या (ख) कोई तत्व या वस्तु किसी दूसरे पदार्थ के अन्दर अच्छी तरह से भर जाय।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
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