शब्द का अर्थ
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श्लोक :
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पुं० [सं०√श्लोक्+अच्] १. आवाज। ध्वनि। शब्द। २. पुकारने का शब्द। आह्वान। पुकार। ३. प्रशंसा। स्तुति। ४. कीर्ति। यश। ५. किसी गुण या विशेषता का प्रशंसात्मक कथन या वर्णन। जैसे—शूर-स्लोक अर्थात् शूरता का वर्णन। ६. संस्कृत के अनुष्टुप छंद का पुराना नाम। ७. आज-कल संस्कृत का कोई छंद या पद्य। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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