शब्द का अर्थ
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शरम :
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स्त्री० [फा० शर्म] १. लज्जा। हया। गैरत। मुहावरा—शरम से गड़ना=मारे लज्जा के दबे या झुके जाना। बहुत लज्जित होना। शरम से पानी पानी होना=बहुत लज्जित होना। २. किसी बड़े का लिहाज या संकोच। ३. इज्जत। प्रतिष्ठा। |
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समानार्थी शब्द-
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शरम-हुजुरी :
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स्त्री० [अ० शर्म+फा० हुजुर] मुँह देखने की लाज। |
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शरमनाक :
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वि० [फा० शर्मनाक] (कार्य या व्यवहार) जिसके कारण शर्म आती हो या आनी चाहिए। लज्जाजनक। निर्लज्जतापूर्ण। |
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शरमल्ल :
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पुं० [सं० सप्त, त० स] १. वह जो तीर चलाने में निपुण हो। धनुर्धारी। २. मैना पक्षी। |
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शरमसार :
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वि० [फा० शर्मसार] [भाव० शरमसारी] १. जिसे शरम हो। लज्जावाला। २. लज्जत। शरमिन्दा। |
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शरमा-शरमी :
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अव्य० [फा० शर्म] १. लज्जा के कारण। २. संकोचवश। |
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शरमाऊ :
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वि० [हि० शरम+आऊ (प्रत्यय)] शरमानेवाला। लजीला।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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शरमाना :
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अ० [अ० शर्म+आना (प्रत्यय)] १. किसी के कुछ कहने या करने का उत्साह न होने के फलस्वरूप झेंपना। लाज से नम्र होना। २. लज्जित होना। स० लज्जित या शरमिन्दा करना। |
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शरमालू :
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वि०=शरमाऊ। |
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शरमिंदगी :
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स्त्री० [फा०] शरमिंदा या लज्जित होने की अवस्था या भाव। लाज। झेंप। क्रि० प्र०—उठाना। |
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शरमिंदा :
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वि० [फा० शर्मिन्दः] जो अपने किसी अनुचित कार्य या व्यवहार के फलस्वरूप लज्जित तथा दुःखी हो। लज्जा से जिसका मस्तक नत हो गया हो। |
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शरमीला :
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वि० [फा० शर्म+ईला (प्रत्यय)] लाज-भरा। लाज से युक्त। निर्लज्ज का विरुद्धार्थक। जैसे—शरमीली आँखें, शरमीली वधू। |
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