शब्द का अर्थ
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भेद्य :
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वि० सं० [सं० भिद् (भेदन करना)+ण्यत्, गुण] जो भेदा या छेदा जा सके। भेदे जाने के योग्य। (परमिएबुल) पुं० वैद्यक में शास्त्रों आदि की सहायता से किसी पीड़ित अंग या फोड़े दि का भेदन करने की क्रिया। चीड़-फाड़। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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