शब्द का अर्थ
|
बुरकी :
|
स्त्री० [हिं० बुरकना] १. मंत्र-तंत्र आदि के समय प्रयुक्त होनेवाली धूल या राख। २. उक्त की सहायता से किया जानेवाला जादू-टोना। मुहा०—बुरकी मारना= मंत्र पढ़कर किसी पर कुछ धूल या राख फेंकना। उदा०—मैं आगे जनाखे के कुछ बोल नहीं सकती। क्या जानिए क्या उसने मारी है मुझे बुरकी।—रंगीन। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|