शब्द का अर्थ
|
बक्खर :
|
पुं० [देश०] १. कई प्रकार के पौधों की पत्तियों और जड़ों आदि को कूटकर तैयार किया हुआ वह खमीर जो दूसरे पदार्थों मं खमीर उठाने के लिए डाला जाता है। २. वह स्थान जहाँ पर गाय-बैल बाँधे जाते हैं। पुं०=बखार (तृण)। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|