शब्द का अर्थ
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बकतर :
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पुं० [फा० बक्तर] [स्त्री० अल्पा० बकतरी] मध्य-युग में युद्ध के समय पहना जाना वाला एक तरह का अँगरखा जिसमें आगे और पीछे दो दो तबे लगे रहते थे। चार-आईना। सन्नाह। (जिरह से भिन्न)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बकतर-पोश :
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पुं० [फा० बक्तर+पोश] वह योद्धा जो बकतर पहने हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |