शब्द का अर्थ
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तिहाई :
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स्त्री० [सं० त्रि+हिं० हाई (प्रत्य)] १. किसी चीज के तीन समान भागों में कोई या हर एक। तीसरा अंश, भाग या हिस्सा। २. खेत की उपज या पैदावार जिसका केवल तीसरा भाग काश्तकारों को मिला करता था और दो-तिहाई जमींदार ले लेता था। ३. दे० ‘तिहैया’। ४. उपज। फसल। (पहले खेत की उपज का तृतीयांश काश्तकार लेता था इसी से यह नाम पड़ा।) मुहावरा–तिहाई मारी जाना-फसल का न उपजना या नष्ट हो जाना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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