शब्द का अर्थ
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तकना :
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स० [हिं० ताकना] १. ताकना। देखना। २. आश्रय, सहायता आदि पाने के लिए किसी की ओर देखना। जैसे–अकाल में प्रजा राजा की ओर ताकती है। ३. किसी की ओर बुरी दृष्टि या भाव से देखना। जैसे–किसी की बहू-बेटी को तकना अच्छा नहीं है। ५. आसरा। देखना। प्रतीक्षा करना। शरण लेना। पुं० वह व्यक्ति जो बुरी दृष्टि से दूसरों विशेषतः पराई स्त्रियों की ओर ताकता रहता हो।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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