शब्द का अर्थ
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घत :
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पुं० [हिं० घात] १. दे० घात। २. ठीक और पूरा ढंग या रीति। उदाहरण–मैं जानत या व्रत के घत कौं।–सूर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घतर :
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पुं० [?] तड़का। प्रभात का समय। |
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घतिया :
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पुं० [हिं० घात+इया (प्रत्यय)] १. घात करनेवाला। २. विश्वासघात करनेवाला। धोखेबाज। |
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घतियाना :
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स० [हिं० घात] १. अपनी घात या दाँव में लाना। मतलब पर चढ़ाना। २. कोई चीज चुरा, छिपा या दबाकर रख लेना। |
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घत्ता :
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पुं० [?] अपभ्रशं का एक प्रसिद्ध मात्रिक अर्द्धसम छंद जिसके विषम चरणों में १८-१९ और सम चरणों में १३ मात्राएँ तथा तीन लघु होते हैं। |
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घत्तानंद :
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पुं० [?] एक मात्रिक अर्द्धसम छंद। |
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