शब्द का अर्थ
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करी (रिन्) :
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पुं० [सं० कर+ इनि] [स्त्री० करिणी] हाथी। स्त्री० [हिं०] चौपाई या चौपैया नामक छंद। स्त्री०=कड़ी। स्त्री० =कली। उदा०—कँवल करी तू पहुमिनि गै निसि भएहु बिहानय।—जायसी। वि० स्त्री० [सं०√कृ (करना) +अच्—ङीष्। १. करनेवाली (यौ० शब्दों के अन्त में)। जैसे —प्रलयंकरी। २. प्राप्त या उत्पन्न करनेवाली। जैसे—अर्थकरी विद्या। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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