शब्द का अर्थ
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कंथा :
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स्त्री० [सं०√कंम् (चाहना)+थन्-टाप्] [स्त्री० कंथारी] फटे-पुराने कपड़ों को सीकर बनाया हुआ ओढ़ना। गुदड़ी। स्त्री० [शक भाषा का कंथनगर] नगर या बस्ती का वाचक एक शब्द, जो कुछ नामों के साथ उत्तर-पद के रूप में लगता था। ईरान के ताशकंद, यारकंद, समरकंद आदि में का ‘कंद’ इसी का विकृत रूप है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कंथारी :
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स्त्री० [सं० कंथा√ऋ (गति)+अण्-ङीष्] =कंथा (गुदड़ी)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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