शब्द का अर्थ
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ऊर्ध्व-पुंड्र :
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पुं० [कर्म० स०] वैष्णव या रामानंद संप्रदायवालो का तिलक जो माथे पर खड़े बल में लगाया जाता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ऊर्ध्व-पुंड्र :
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पुं० [कर्म० स०] वैष्णव या रामानंद संप्रदायवालो का तिलक जो माथे पर खड़े बल में लगाया जाता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |